Thursday, June 27, 2013

खूबसूरती

खूबसूरती की उनका

चाँद भी कायल हो गया

रूप रंग पे मुग्ध हो

दर्पण भी घायल हो गया

रिंझ

मृगनयनी चंचल हिरनी सी माया पे 

कंचन कोमल कामिनी सी काया पे

झुक गया आसमां भी आधा

देख

लाजों हया की हंसिनी मूरत

मुखड़े पे हँसी की सूरत

शरमा कुदरत का आफताब भी गया

खूबसूरती की उनका

चाँद भी कायल हो गया



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