Monday, December 7, 2009

शरीर

जल उठी चितां

खाक हो गया शरीर

पञ्चतत्व से बना तन विलीन हो

राख में हो गया तब्दील

नश्वर तन था

छोड़ गया प्राण शरीर

अमर थी आत्मा

धारण कर लिया दूसरा शरीर

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