Monday, November 30, 2009

जय भारत

सुनलो वो दुनिया वालो

हम है हिन्दुस्तानी

हिन्दुस्ता बसे हमारे दिलो में

नही कोई हमारा सानी

अमन चैन हमारा छिनने की कोशिश न करना

टुकड़े हमारे दिलो के करने की साजिश न रचना

नामोनिशा तुम्हारा मिटा देंगे

माटी में तुमको मिला देंगे

भाषा अनेक फिर भी बोले एक ही बोली

जय भारत जय भारती

No comments:

Post a Comment