Monday, July 20, 2009

चाचा

हर आनेवाले को जाना है

पर चाचा आप इतनी जल्दी क्यों चले गए

माँ की माँग सूनी कर गये

एक पल के लिए भी ना सोचा

हम बच्चे बिन आपके कैसे रहेंगे

जीवन भर आपने अँगुली पकड़ चलाया

अब जब हमारा समय आया तो

आप बिना कुछ काहे ही चले गये

आप ने अपना फर्ज निभाया

दुःख में भी ख़ुशी का अहसास कराया

सपना हमारे लिए जो आपने देखा

सच वो हुआ पर फल उसका आपको ना मिल पाया

कुछ पल के लिए रहना था

माँ को शादी की सालगिरह पर छोड़ न जाना था

हर भूल क्षमा कर हमारे ऊपर दया करना

आप के सुन्दर सपने को साकार कर पाये

ऐसा हमें आशीर्वाद देना

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